Tuesday, February 5, 2019

उदा देवी पासी

( उदा देवी पासी :एक ऐसी वीरांगना जिसने अंग्रेजों के सामने जिसने कभी घुटने नहीं टेके।परंतु इतिहास के पन्नों में कहीं खो गई।  )


सुनो सुनो जी एक कहानी
उदा देवी पासी की
थी सेना की चीफ़ कमांडर
हजरत महल की सेना की

धूल चटा दी अंग्रेजों को
ऐसी वह मरदानी थी
हार नहीं मानेगी बिलकुल
मन में उसने ठानी थी

आजादी का बिगुल बजा जब
लहू उनका भी उबल उठा तब
अंग्रेजों ने करी चढ़ाई
सेना लखनऊ तक बढ़ आई

दाँव पे लगा मान सम्मान
युद्ध छिड़ गया घमासान

चली गोलियां दोनों तरफा
बंदूकें भी बोल रहीं थी
उदा की हिम्मत के आगे 
गोरी सेना खेत रही थी

सिर पर कफन बाँध कर निकली
वो ऐसी बलिदानी  थी
जब तक सांसों में स्पन्दन था
हार न उसने मानी थी

सुनो सुनाऊँ उनकी कहानी
वह तो उदा पासी थी
थी सेना की चीफ़ कमांडर
हजरत महल की सेना की.

2 comments:

  1. जोश पूर्ण सुंदर प्रस्तुति, सुधा दी।

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  2. प्रतिक्रिया के लिए शुक्रिया ज्योति जी.

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