धुन :आओ सिखाएँ तुम्हें अंडे का फंडा
आओ सुनायें "कि" "की" की कहानी।
छोटी - सी एक बात है, तुमको बतानी।
एक है छोटी (ह्रस्व) "कि"
और दूजी बडी (दीर्घ ) "की"
सुनने में एक समान, पर फर्क बड़ा जी।
सुनने में एक समान, पर फर्क बड़ा जी।
बड़ी की है जोड़ती, दो शब्दों को।
छोटी कि है जोड़ती, दो वाक्यों को।
"राम की माँ का ,नाम है रीमा"
कौन-सी की आई ?जरा मुझको बताना
बोलो .....
कौन-सी की आई ? जरा मुझको बताना
बड़ी "कीऽऽऽ..."
हाँ.....बड़ी कीऽऽऽ...
एक वाक्य का एक अंश, होती है बड़ी की।
एक वाक्य का एक अंश, होती है बड़ी की।
आओ सुनायें "कि" "की" की कहानी।
छोटी सी एक बात, है मुझे तुमको बतानी।
एक है छोटी कि, और दूजी बड़ी की।
सुनने में एक समान, पर फर्क बड़ा जी।
संवाद जब भी आये, आती है छोटी "कि"
जैसे,राम ने कहा कि मुझे घर जाना है। "
श्याम ने कहा कि उसे खाना खाना है।"
कौनसी "की" आई ?जरा मुझको बताना
बोलो .....
कौनसी 'की 'आई ?जरा मुझको बताना
छोटी "किऽऽऽ..."
हाँ ...."छोटी ऽऽऽ..."
तो जोड़ने का काम करती है छोटी कि।
हाँ हाँ.. जोड़ने का काम करती है छोटी कि।
("कि" और" कि" हिंदी के ऐसे शब्द हैं जो बहुधा हमें भ्रमित कर देते हैं। कई बार समझ नहीं आता कि छोटी मात्रा लगेगी या बड़ी मात्रा। इसी के विधान (नियम) को कुछ उदाहरणों के साथ इस छोटी से कविता के माध्यम से यहाँ प्रस्तुत करने का एक छोटा सा प्रयास किया है मैंने।उम्मीद है यह कविता आपके काम आएगी।)
सुधा दी,कविता के माध्यम से की और कि का अंतर बहुत ही अच्छे से समझाया हैं आपने। अक्सर कई लोग इनका उपयोग करते वक्त गलतियां कर देते हैं। बहुत बढ़िया कविता।
ReplyDeleteधन्यवाद ज्योति बहन
Deleteबहुत सुन्दर आदरणीया यह माध्यम बहुत बेहतरीन होता है हमारे मन मस्तिष्क में जल्दी घर कर लेता है और कभी भुलाया भी नही जा सकता। बधाईयाँ
ReplyDeleteआपकी सार्थक व सकारात्मक के लिए प्रतिक्रिया बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय 🙏. स्वागत है आपका 🙏
Deleteसार्थक व रोचक।
ReplyDeleteधन्यवाद मैम. बस किसी के काम आ जाए तो रचना को सफल मानूँगी. 🙏
Deleteक का कि की कु कू के कै को कौ कं कः
ReplyDeleteकहिए तो
च चा चि ची भी लिख दें
सादर
वाह सुधाजी ! आपने तो हिंदी विषय में विद्यार्थियों को होने वाले एक बड़े संशय को सरल शब्दों में दूर कर दिया।
ReplyDelete'कि' और 'की' में अंतर समझना मैं भी ऐसे ही सिखाती हूँ पर कविता के माध्यम से बच्चे जल्दी सीखेंगे। यह कविता तो चौथी पाँचवीं में ही सिखा देनी चाहिए। वैसे मेरे तो दसवीं के विद्यार्थी हैं पर उनमें भी बहुत सारे कि/की, ज/झ, ड/ढ़/ढ,बाग/भाग में भेद नहीं समझ पाते हैं क्योंकि निचली कक्षाओं में इन सब बातों को स्पष्ट ही नहीं किया जाता।
राम ने कहा,"कि मुझे घर जाना है। "
ReplyDeleteश्याम ने कहा,"कि उसे खाना खाना है।"
कृपया अवतरण चिह्न हटा दें सुधा जी, ऱ्हस्व 'कि' के साथ अवतरण चिह्न नहीं आएगा ना
आपने बिल्कुल सही कहा मीना जी अवतरण चिह्न नहीं आएगा परंतु उसे highlight करने और yati, विराम के लिए इसे मैंने ऐसा किया. फिर भी आप सही कह रही है उसे हटा देना ही बेहतर होगा. मैं संशोधन कर देती हूँ..
Delete